हम यह मानते हैं कि मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी बातचीत बेहद ज़रूरी है। इसलिए हम आपको हमारे साथ जुड़ने के लिए आमंत्रित करते हैं, चाहें आप जिस तरह भी चाहें, ताकि हम साथ मिलकर मानसिक स्वास्थ्य को समाज में सामान्य रूप से अपनाने में सफल हो सकें।
हम यह मानते हैं कि मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी बातचीत बेहद ज़रूरी है। इसलिए हम आपको हमारे साथ जुड़ने के लिए आमंत्रित करते हैं, चाहें आप जिस तरह भी चाहें, ताकि हम साथ मिलकर मानसिक स्वास्थ्य को समाज में सामान्य रूप से अपनाने में सफल हो सकें।
भारत देश में मानसिक रोग की महामारी फैलने की कगार पर है। WHO की रिपोर्ट के अनुसार पूरी दुनिया में भारत ही सबसे ज़्यादा उदासीन देश है।
10 में से 1 भारतवासी अपने जीवन में कभी न कभी किसी गंभीर मानसिक बीमारी से पीड़ित होता है। लेकिन जब बात उदासीनता और चिंता जैसी सामान्य मानसिक स्वास्थ्य परेशानियों की हो, तो 4 में से 1 भारतीय इसका शिकार होता है। इनमें से लगभग 75% लोग न तो अपनी बीमारी को समझ पाते हैं, और न ही मानसिक स्वास्थ्य सम्बन्धी सेवओं का उपयोग कर पाते हैं।
ऐसे में इसका समाधान क्या है?
इसका समाधान है कि इसके बारे में ज़्यादा से ज़्यादा जागरूकता फैलाई जाए, लोगों की क्षमताओं का निर्माण किया जाए, खुद की सहायता करने के तरीके सीखे जाएँ और इन उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए बढ़ती हुयी टेलिकॉम टेक्नोलाजी का इस्तेमाल किया जाए।
इन उद्देश्यों को पूरा करने के लिए, माइंड स्पेशलिस्ट्स ने लेडी इरविन कॉलेज (दिल्ली यूनिवर्सिटी) के विकास संचार एवं विस्तार विभाग और रिचमंड फ़ेलोशिप सोसाइटी (दिल्ली) के साथ मिलकर C4MH (कैम्पेन फॉर मेंटल हैल्थ) का आरंभ किया है।
हम हमेशा समान विचारधारा वाले लोगों के साथ काम करने की तलाश में रहते हैं, जो हमारे द्वारा किए जाने वाले काम को और अधिक बहुमूल्य बना सकें। हम एक दूसरे के पार्टनर कैसे बन सकते हैं इसके लिए आगे पढ़ें!
आइये उन पलों पर एक नज़र डालें जिन्होंने आज माइंड स्पेशलिस्ट्स को इस मुकाम तक पहुँचाया है!
मन से संबंधित सभी चीजों के लिए हमारे जानकारी खंड को देखें!